साझेदारियों का नेतृत्व

साझेदारियों का नेतृत्व

नवाचार विद्यालय में बदलाव संबंधी समस्याओं के समाधान का सबसे व्यवहारिक साधन है। नवाचार विद्यालय के प्रधानोंशिक्षकों और विद्यार्थियों को अवसर प्रदान करता है कि वे मुद्दोंचुनौतियों और समस्याओं के समाधान हेतु ज़ोखिम उठायेंरचनात्मकता का उपयोग करें तथा तरह-तरह के अनोखे ढंगों से सोच कर स्वयं में “हाँमैं कर सकता/सकती हूँ” का मनोभाव पैदा करें |

 नवाचारों के द्वारा बनाई गयी शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया विद्यालयों में उत्साहपूर्ण या जीवंत संस्कृति का निर्माण करती है। नवाचार विद्यालयों में समावेशिता को व्यवहार में लाने का सशक्त अवसर प्रदान करता है। वे विद्यालय जो अपने विकास की यात्रा में नवाचारों का उपयोग करते हैंउन्हें अच्छा से श्रेष्ठ से नवाचारी‘ (good to great to innovative) कहा जा सकता है 

विद्यालय में नवाचारी संस्कृति का निर्माण करने हेतु नेतृत्व करने में विद्यालय प्रमुख की भूमिका निर्णायक होती है इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए विद्यालय की प्रगति हेतु किए जाने वाले नवाचारों के अर्थक्षेत्र और महत्व को समझना प्रासंगिक होगा। इससे विद्यालय के प्रमुखों में अपने-अपने विद्यालयों में नवाचारों का नेतृत्व करने के लिए जिज्ञासा बढ़ेगी |

 

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